मूल्य चार्ट के प्रकार
वायदा बाजारों में तकनीकी विश्लेषण के लिए ट्रेडिंग चार्ट आवश्यक हैं क्योंकि वे पूरे अध्ययन की नींव प्रदान करते हैं। वे दृश्य तरीके से मूल्य समय चाल दिखाते हैं और पृष्ठभूमि बनाते हैं जिस पर आप निर्णय लेने में मदद करने के लिए विभिन्न संकेतक रख सकते हैं।।
आप अलग-अलग समय सीमा और विभिन्न दृश्य शैलियों में दिखाने के लिए चार्ट सेट कर सकते हैं। अपने व्यापार प्रकार या रणनीति के आधार पर, आप विभिन्न समय सीमा दिखाने वाले विभिन्न चार्ट देखना चुन सकते हैं।
उदाहरण के लिए, एक लंबी अवधि का व्यापारी साप्ताहिक या मासिक चार्ट पर मूल्य को ट्रैक कर सकता है जबकि एक छोटी अवधि का व्यापारी 60-मिनट या 5-मिनट के चार्ट वाले चार्ट का उपयोग कर सकता है।
इन चार्ट को अंकगणित(arithmetic) या लघुगणकीय(logarithmic) पैमानों का उपयोग करके प्रदर्शित किया जा सकता है
तकनीकी विश्लेषकों द्वारा उपयोग किए जाने वाले प्राथमिक चार्ट प्रकारों में लाइन चार्ट, बार चार्ट और कैंडलस्टिक चार्ट शामिल हैं।
लाइन चार्ट (Line Chart)
लाइन चार्ट चार्ट के सबसे सरल रूप का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिसमें एक पंक्ति होती है जो समापन कीमतों को बाएं से दाएं जोड़ती है। आमतौर पर, एक निश्चित समय अंतराल पर शेयर के मूल्य को डॉट्स के रूप में चिन्हित करके उन्हें लाइन के बीच जोड़ा जाता है।
बार चार्ट (Bar Chart)
बार चार्ट का उपयोग करके अधिक जानकारी प्राप्त की जाती है। बार चार्ट एक निश्चित समय अवधि में ओपन, हाई, लो और क्लोज दिखता है। इस हर बार चार्ट लाइन चार्ट की तुलना में अधिक विस्तृत जानकारी दी जाती है।
हर बार में एक ऊपरी छोर (हाई प्राइस) और निचला छोर (लो प्राइस) होता है। बार के बाईं ओर की छोटी रेखा ओपन प्राइस को दर्शाती है, और दाईं ओर की छोटी रेखा क्लोज प्राइस को दर्शाती है।
कैंडलस्टिक चार्ट (Candlestick Chart)
ये जापानी कैंडलस्टिक चार्ट (Japanese Candelstick chart) के नाम से भी जाना जाता है।
कैंडलस्टिक चार्ट का उपयोग शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग में किया जाता है और बाजार की भावनाओं को स्पष्ट करने में मदद करता है। बार चार्ट की तरह ये भी ओपन, हाई, लो और क्लोज दिखाता है, लेकिन ये बार चार्ट की तुलना में विजुअली ज्यादा क्लियर होता है। हां ट्रेडर्स द्वारा सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला चार्ट टाइप है।
एक कैंडल के 2 भाग होते हैं। बॉडी (मध्य भाग) और शैडो (ऊपरी और डिज़ाइन भाग)। शैडो को विक्स भी कहा जाता है। अगर किसी कैंडल का क्लोज प्राइस ओपन प्राइस से ऊपर होता है तो उसे बुलिश कैंडल (Bullish Candel) कहा जाता है और क्लोज प्राइस ओपन प्राइस से नीचे होने पर बेयरिश कैंडल(Bearish Candel) कहा जाता है।
हीकिन आशी चार्ट (Heikin Ashi Chart)
हीकिन आशी चार्ट जापानी चार्टिंग तकनीक पर आधारित है, जो कैंडलस्टिक चार्ट के समान दिखता है, लेकिन इसमें कैंडल्स की गणना पिछले कैंडल्स के औसत के आधार पर की जाती है। इस कारण यह चार्ट अधिक स्मूथ (smooth) होता है और स्टॉक की प्रवृत्ति को स्थिर रूप से दर्शाता है।
यह चार्ट "ओपन," "हाई," "लो," और "क्लोज" प्राइस का औसत लेता है, जिससे शॉर्ट टर्म उतार-चढ़ाव कम होते हैं और स्पष्ट प्रवृत्ति दिखाई देती है। इसमें हर कैंडल पिछले कैंडल से संबंधित होती है, जिससे प्रवृत्तियों की निरंतरता को देखना आसान हो जाता है।